एक बार की बात है, मै उस टाइम कुछ खाश जॉब नहीं कर रहा था, मै उस समे कैफे मै था तब मरे फ्रेंड का बर्थडे आया था, कुछ ये दिसम्बर का महिना था ठड था पर थोडा कम था ता मने उसे बर्थडे विश किया वो भी १२अम को और मेने कभी किसे के लिया १२ बजे नहीं उढा था, इसके लिए मै डाट भी काया पर वो मरी अच्छी फ्रेंड थी, पर मने उसे विश किया था, मुझे लगा क्या हुआ अगर मेने उसे विश किया तो पर मुझे नहीं पता था की ये बात किसे को अची नहीं लगेगी, मने उसका फ़ोन recharge किया उस पर भी मै डट पड़ी मुझे मने सोच अगर मरे पास रुपे है और कभी उसने मुझे से कुछ नहीं कहा यानि की मुझसे कुछ नहीं मागा था और उस दिन पहली बार उसने कुछ मागा मुझसे तो मने सोच चलो कर देते है क्या जाता है दूस्ती मै ये सब चलता है और मोर्निंग मै मै जल्दी उठा और खाना खाया और हजरतगंज जाया वो भी बूके लेने क्यों की मेरे घर के आस पास कोई भी फूल-बूके वाला नहीं है और न कोई शॉप थी इसलिए मै हजरतगंज गया था, जब मै वह गया तो उसके पास फूल काफी थे और उसने मुझे २-३ बूके भी बने हुए दिखाया और मुझे उसमेसे एक पसंद आया, तो पर वो पहले क बनाये हुए थे मने शॉप वाले से कहा मुझे फ्रेश बूके बना कर दो तो उसने बताया की भी अभी तो नहीं बन पायेगा १ गन्टा लगबग लगेगा क क्यों की जो बूके बनता है वो अभी आया नहीं था तो मेने वेट किया तब वो बूके वाला आया और उसने बनाया मुझे वह लगभग २ घटा हूँ गया था तो मेने जल्दी से लिया और निकला जल्दी से पर मेने उसे संभल कर ले कर उसके घर और निकला और आते हुई मने सोचा क्यों न कुछ मीठा भी होना चाहिये तो मै एक शॉप पे रुका और वह से २ ५स्तर लिया क्यों की ये जादा मीठा होता है ओरो चोकोलाटो से तब मने सोच अब ठीक है चलो अब चला जाये और गया तो पर,

जब मै पंहुचा तो मुझे लगा मै कुछ जल्दी आ गया हूँ क्यों की उसने तब तक नहाया भी नहीं था, कोई बात नहीं जल्दी आया तो क्या अब तोबरा जा तो नहीं सकता था ना उसने कहा चलो ठीक है बेटो मेने कहा ठीक है, और बाद मै कुछ ढेर बाद में २ और फ्रेंड आये मुझे लगा चलो अच है कोई तो आया नहीं तो में आकेला आया सोच कर मुझे अच्छा नहीं लग रहा था, और उस क मोम बहुत अची है, एंटी ने भी बात किया और बाद में उन्हूने पूरी और छौले भी बनाया एंटी ने मुझे तो कुछ ज्यदा खिला दिया एंटी ने भी और बाद में jiske बर्थडे में गया था उसने भी और पूरी ले आये और ये बोल कर ड़ाल दिया क इतना तो लडकिय खाती है और वो लोग भी साथ में खा रहे थे, और लास्ट में एंटी ने खीर भी बनाए थे वो भी खाना पड़ा और हम लोगोने काफी ढेर तक बात करी और फिर दुपहर हूँ गया था तब लगा क अब हमें जाना चाहिये फिर में वह से चला गया पर अच्छा तो लगा पर मुझे डाट खानी पड़ी बाद में बस ,,,,







and body, and it lends tranquility to the Soul." Thank you "Beach" that my beginnings were along the California shoreline.